Thursday, September 5, 2013

गुद्डे



हाँ ये बेबे गुद्डे तो वो ये सुहाया करदे जो रेता मैं सुख्या करदे इसे हो जांदे फोके-फोके। .......... ईसी नींद आया करदी नरम हो जांदे जमाये. अर  तार पर सुखयोड़े गुदडे  तो इसे हो जां सैं   करड़े - करड़े  अर  पीले दाग न्यारे हो जाँ  सें। .सुन कीं मेरे भी याद आगी जोहड़ धोरे गुमड़े  से   गुमड़े  से  मने  मेरी दादी पा पूछा दादी ये के सें दादी बोलीबेती अडै  लट्टे सुखा राखे सें  दामन आर गुदडे   मोटे लत्ते जो कई हाँ मैं सुखें उन्नें लत्ते  मैं बांद  कीं   आर रेता मैं दाब दिया करैं आर रेता उनकी नमी नैं चूस लें सैन आर वाई हवा मैं सुखायोड़े लत्तां तेन भी सुथरे हो जाँ  सें
आज मैंने पार्क में यह चर्चा सुनी। .  
xoxo

No comments:

Post a Comment